chast namaz time in mumbai मुंबई में नमाज़ का समय
मुंबई में चास्त की नमाज़ का समय
चास्त नमाज़ क्या है?
चास्त की नमाज़ (जिसे "दुहा" नमाज़ भी कहते हैं) एक नफ्ल नमाज़ है जो सुबह के वक्त, सूरज निकलने के कुछ समय बाद पढ़ी जाती है। यह पैगंबर मुहम्मद (स.अ.) की सुन्नत है और इसे पढ़ने से कई फजीलतें हासिल होती हैं।
इसका इस्लामी महत्व
चास्त की नमाज़ को नबी करीम (स.अ.) बहुत पसंद करते थे और समय मिलते ही पढ़ा करते थे। यह दिन की शुरुआत में अल्लाह से करीब होने का एक ख़ास ज़रिया माना जाता है।
चास्त और इशराक में अंतर
-
चास्त: इशराक के बाद से लेकर ज़ुहर से पहले तक का समय, यानी लगभग सुबह 8 बजे से 11 बजे तक।
चास्त की नमाज़ का सही समय
सूरज निकलने के बाद का समय
चास्त की नमाज़ सूरज निकलने के लगभग 15-20 मिनट बाद शुरू होती है और ज़ुहर नमाज़ से पहले तक पढ़ी जा सकती है।
मुंबई में सामान्य समय सीमा
मुंबई में सूरज लगभग 6:00 बजे उगता है, तो चास्त का समय 6:20 से शुरू होकर 11:30 बजे तक रहता है। मौसम के अनुसार यह समय थोड़ा बदल सकता है।
मुंबई में चास्त नमाज़ के लिए समय कैसे जानें?
स्थानीय मस्जिद का सहारा लें
आप अपने क्षेत्र की मस्जिद में जाकर या वहां की नमाज़ टाइम टेबल देखकर चास्त का समय पता कर सकते हैं।
मोबाइल ऐप्स और इस्लामी वेबसाइट्स
कुछ लोकप्रिय ऐप्स:
-
Muslim Pro
-
IslamicFinder
-
Namaz Time Mumbai
ये ऐप्स आपके लोकेशन के अनुसार सूर्योदय और चास्त का समय दिखाते हैं।
चास्त की नमाज़ पढ़ने का तरीका
रकात की संख्या
-
कम से कम: 2 रकात
-
अधिकतम: 12 रकात (अक्सर 4 या 8 रकात पढ़ी जाती है)
नियत और दुआ
"मैं दो रकात चास्त की नमाज़ पढ़ने की नियत करता हूँ, अल्लाह के लिए, मुँह करके काबा शरीफ की तरफ।"
चास्त नमाज़ की फजीलत (महत्त्व)
हदीसों के अनुसार लाभ
हदीस में आता है कि जो व्यक्ति चास्त की 2 रकात नमाज़ पढ़ता है, उसके सारे छोटे-छोटे गुनाह माफ हो जाते हैं।
मानसिक और आध्यात्मिक शांति
सुबह-सुबह अल्लाह से बात करना दिन को सकारात्मक बनाता है और तनाव को कम करता है।
मुंबई में चास्त नमाज़ का महीनों के अनुसार अनुमानित समय
जनवरी से जून
महीना | चास्त का समय (औसतन) |
---|---|
जनवरी | 6:45 AM - 11:00 AM |
फरवरी | 6:30 AM - 11:15 AM |
मार्च | 6:15 AM - 11:30 AM |
अप्रैल | 6:00 AM - 11:40 AM |
मई | 6:00 AM - 11:45 AM |
जून | 6:05 AM - 11:30 AM |
जुलाई से दिसंबर
महीना | चास्त का समय (औसतन) |
---|---|
जुलाई | 6:10 AM - 11:25 AM |
अगस्त | 6:15 AM - 11:15 AM |
सितंबर | 6:20 AM - 11:00 AM |
अक्तूबर | 6:30 AM - 10:45 AM |
नवंबर | 6:40 AM - 10:30 AM |
दिसंबर | 6:50 AM - 10:15 AM |
क्यों पढ़ें चास्त की नमाज़?
-
अल्लाह से रूहानी जुड़ाव
-
दिन की शुरुआत में बरकत
-
सुन्नत की पाबंदी
-
तनाव कम होना
क्या महिलाएं चास्त नमाज़ पढ़ सकती हैं?
बिलकुल! महिलाएं भी इस नमाज़ को घर पर आराम से पढ़ सकती हैं, बशर्ते कि वह पाक हों और उन्हें कोई शरई रुकावट न हो।
किन परिस्थितियों में चास्त नमाज़ छोड़ सकते हैं?
-
सफर में होने पर
-
बीमारी में
-
अगर फर्ज़ नमाज़ें छूट रही हों, पहले उन्हें पूरा करना ज़रूरी है।
मुंबई में फज्र और सूरज निकलने का समय कैसे देखें?
-
IslamicFinder या Muslim Pro ऐप से
-
गूगल पर “Mumbai Sunrise Time Today” सर्च करें
-
मस्जिद के टाइम टेबल से जानकारी लें
चास्त नमाज़ से जुड़ी सामान्य गलतफहमियां
-
कुछ लोग सोचते हैं ये फर्ज़ है, जबकि यह नफ्ल नमाज़ है
-
चास्त और इशराक को एक ही समझना
-
इसे बिना नीयत के पढ़ लेना
चास्त नमाज़ और तौबा का संबंध
यह नमाज़ आपके दिल को सॉफ्ट करती है और आपको तौबा की तरफ झुकाव देती है। दिल की सच्ची तौबा और यह नमाज़ मिलकर इंसान को गुनाहों से दूर करती है।
चास्त नमाज़ की दुआ और फज़ीलत की हदीस
हदीस: "हर जोड़ के बदले इंसान पर सदक़ा है। चास्त की दो रकातें सभी जोड़ों के बदले होती हैं।" – सहीह मुस्लिम
मुंबई में इस्लामी केंद्र और मदरसे जो समय बताते हैं
-
जामा मस्जिद, मोहम्मद अली रोड
-
मीनारा मस्जिद
-
बरेलवी मदरसे
-
इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया – मुंबई
निष्कर्ष: नियमित रूप से चास्त नमाज़ पढ़ने के लाभ
चास्त की नमाज़ न सिर्फ आपकी रूह को सुकून देती है बल्कि अल्लाह के करीब भी करती है। मुंबई जैसे व्यस्त शहर में भी अगर आप थोड़ा समय सुबह निकाल लें, तो आपकी ज़िंदगी में सकारात्मक बदलाव महसूस होगा।
FAQs
1. चास्त की नमाज़ कितनी रकात होती है?
कम से कम 2 और अधिकतम 12 रकात।
2. क्या चास्त और इशराक एक ही नमाज़ हैं?
नहीं, दोनों में थोड़ा समय का अंतर होता है।
3. चास्त का सबसे अच्छा समय कब है?
सुबह 8 से 10 बजे के बीच।
4. क्या महिलाएं इस नमाज़ को घर में पढ़ सकती हैं?
हाँ, बिल्कुल।
5. अगर किसी दिन चास्त नमाज़ छूट जाए तो क्या करें?
कोई गुनाह नहीं, लेकिन अल्लाह से माफी मांगें और अगली बार से कोशिश करें।
0 تعليقات